अगर आप भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से होम लोन लिए हुए हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में कटौती की है, जिससे करोड़ों ग्राहकों को ब्याज दरों में राहत मिली है। पहले रेपो रेट 6.50% था, जिसे घटाकर 6.25% कर दिया गया है।
इस कटौती के बाद SBI ने भी अपने लेंडिंग रेट में कमी करने का ऐलान किया है, जिससे होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य खुदरा ऋण लेने वाले ग्राहकों को फायदा होगा। आइए जानते हैं इस बदलाव के पूरे फायदे।
SBI ने लेंडिंग रेट में कटौती का ऐलान
RBI द्वारा रेपो रेट घटाने के बाद, SBI ने अपने बाहरी बेंचमार्क आधारित लेंडिंग रेट (EBLR) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) में भी कटौती कर दी है। इसके चलते होम लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरें कम हो गई हैं।
Also Read:

रेपो रेट में हुई कटौती
- रेपो रेट पहले 6.50% था, जिसे घटाकर 6.25% कर दिया गया है।
- इसके बाद SBI ने अपने लोन की ब्याज दरें कम करने की घोषणा की।
- नई ब्याज दरें 15 फरवरी 2025 से लागू होंगी।
- हालांकि, SBI ने MCLR, बेस रेट और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।
EBLR में कटौती
- पहले EBLR = 9.15% + CRP + BSP था, जिसे घटाकर 8.90% + CRP + BSP कर दिया गया है।
- इसका सीधा फायदा उन ग्राहकों को होगा जिनके लोन EBLR से जुड़े हुए हैं, जैसे कि होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य खुदरा ऋण।
- ब्याज दरों में कमी होने से EMI कम होगी या ग्राहक जल्दी अपना कर्ज चुका सकेंगे।
RLLR में भी हुई कटौती
- SBI ने RLLR को 8.75% + CRP से घटाकर 8.50% + CRP कर दिया है।
- RLLR सीधे RBI की रेपो रेट से जुड़ा होता है, इसलिए इसमें बदलाव का तुरंत फायदा ग्राहकों को मिलता है।
- जिन ग्राहकों के लोन RLLR से जुड़े हैं, उन्हें अब कम ब्याज दर पर लोन चुकाने का मौका मिलेगा।
- होम लोन और बिजनेस लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए यह काफी फायदेमंद होगा।
ब्याज दरों में कटौती से EMI होगी कम
- SBI द्वारा ब्याज दरों में कटौती के चलते होम लोन की EMI कम हो सकती है।
- जिन ग्राहकों की लोन अवधि लंबी है, उन्हें 1.8% तक की राहत मिल सकती है।
MCLR और बेस रेट में नहीं हुआ बदलाव
- SBI ने अपने MCLR, बेस रेट और बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।
- जिन ग्राहकों का लोन MCLR से जुड़ा है, उन्हें अभी ब्याज दर में कोई राहत नहीं मिलेगी।
- हालांकि, वे अपने लोन को EBLR या RLLR में ट्रांसफर कराकर कम ब्याज दर का लाभ उठा सकते हैं।
SBI द्वारा ब्याज दरों में कटौती का सीधा फायदा होम लोन और पर्सनल लोन ग्राहकों को मिलेगा। अगर आपका लोन EBLR या RLLR से जुड़ा है, तो आपको कम EMI का फायदा मिल सकता है। हालांकि, जिनके लोन MCLR से जुड़े हैं, उन्हें राहत पाने के लिए अपने लोन को EBLR या RLLR में बदलने पर विचार करना चाहिए।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।