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चांदी के दाम घटे, सोने में भारी गिरावट! जानिए आज का ताज़ा भाव! Sone Ka Taaja Bhav

पिछले कुछ समय से सोने और चांदी की कीमतें लगातार ऊंचाई पर बनी हुई हैं। खासकर, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान सोने के दामों में जबरदस्त उछाल देखा गया है। इसकी मुख्य वजह उनकी टैरिफ नीतियां हैं, जिनसे वैश्विक बाजार में अस्थिरता बढ़ी है। इस अस्थिरता के कारण निवेशक सुरक्षित संपत्ति यानी गोल्ड में अधिक निवेश कर रहे हैं, जिससे इसकी मांग और कीमत दोनों बढ़ रही हैं।

आज का सोने और चांदी का ताजा भाव

22 फरवरी 2025 को सोने की कीमतों में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना 87,563 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर मिल रहा है, जबकि 21 फरवरी को इसकी कीमत 87,833 रुपये थी। यानी इसमें 270 रुपये की गिरावट आई है।

16 फरवरी को सोने का भाव 86,243 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जिससे यह साफ होता है कि सोने की कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं। वहीं, चांदी की कीमत दिल्ली में 103,400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है, जबकि 21 फरवरी को इसका भाव 103,500 रुपये था।

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मुंबई और अन्य शहरों में सोने का भाव

  • मुंबई: 24 कैरेट सोना 87,767 रुपये प्रति 10 ग्राम, चांदी 1,02,700 रुपये प्रति किलोग्राम
  • चेन्नई: 24 कैरेट सोना 87,561 रुपये प्रति 10 ग्राम, चांदी 1,10,500 रुपये प्रति किलोग्राम
  • कोलकाता: 24 कैरेट सोना 87,565 रुपये प्रति 10 ग्राम, चांदी 1,04,200 रुपये प्रति किलोग्राम

शहरों में सोने की कीमतें अलग क्यों होती हैं?

भारत में हर शहर में सोने और चांदी की कीमतें अलग-अलग होती हैं। इसकी मुख्य वजह राज्य सरकारों द्वारा लगाए जाने वाले टैक्स हैं। हर राज्य का स्थानीय टैक्स अलग होता है, जिससे कीमतों में अंतर आ जाता है। इसके अलावा, लॉजिस्टिक्स कॉस्ट और मांग-आपूर्ति का संतुलन भी दरों को प्रभावित करता है।

सोने की कीमतें कैसे तय होती हैं?

सोने की कीमतें केवल भारत की मांग और आपूर्ति पर निर्भर नहीं करतीं, बल्कि वैश्विक कारकों का भी इस पर असर पड़ता है।

  1. अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव: लंदन ओटीसी स्पॉट मार्केट और कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव सोने की कीमत को प्रभावित करते हैं।
  2. डॉलर की मजबूती: जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतों में गिरावट आती है, और जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
  3. ब्याज दरें और महंगाई: यदि ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो लोग सोने में निवेश कम करते हैं, जिससे कीमतें गिरती हैं। वहीं, महंगाई बढ़ने पर सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतें चढ़ जाती हैं।

भारत में सोने की कीमत कौन तय करता है?

दुनिया में सोने की कीमतों को लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (LBMA) द्वारा तय किया जाता है। यह US डॉलर में सोने की कीमत प्रकाशित करता है, जिसे अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क माना जाता है।

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भारत में, इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) सोने की वैश्विक कीमतों को ध्यान में रखते हुए, उसमें आयात शुल्क, GST और अन्य टैक्स जोड़कर अंतिम दर तय करता है, जिस पर खुदरा विक्रेताओं को सोना बेचा जाता है।

क्या आगे और बढ़ सकती हैं कीमतें?

विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है। खासकर, त्योहारी सीजन और शादी-विवाह के समय इनकी मांग बढ़ने से दामों में उछाल आ सकता है। यदि आप निवेश की योजना बना रहे हैं, तो बाजार की स्थिति का सही आकलन करना बेहद जरूरी होगा।

सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। वर्तमान में, सोने और चांदी की दरें थोड़ी गिरी हैं, लेकिन कुल मिलाकर इनकी कीमतें बढ़ने की संभावना बनी हुई है। अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो विशेषज्ञों की सलाह लेना जरूरी है, ताकि सही समय पर निवेश करके बेहतर लाभ प्राप्त किया जा सके।

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Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हम इसकी पूर्णता या सटीकता की गारंटी नहीं देते, कृपया आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि करें।

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